तरक्की के ख़ातिर हमने बहुत बड़ी कीमत चुकाई हैं, अपने ही हाथों से हमने हवा को जहरीली बनाई हैं.
प्रदूषण इतनी तजी से बढ़ रहा है, रोज नयी-नयी बीमारियाँ पैदा कर रहा हैं.
धुआं धुआं सा है चारों तरफ फिज़ाओं में मेरे खुदा! यह कहां कायनात आ पहुंची
वायु प्रदूषण को सब मिलकर रोको, अपने बच्चों के भविष्य की सोचों.
कोई तो फूल खिलाए दुआ के लहजे में अजब तरह की घुटन है हवा के लहजे में न जाने ख़ल्क़-ए-ख़ुदा कौन से अज़ाब में है हवाएँ चीख़ पड़ीं इल्तिजा के लहजे में
स्वच्छ वायु के लिए हमें कुछ कर दिखाना होगा, इन पेड़ों, बाग़-बगीचों को कटने से हमें बचाना होगा.
“पर्यावरण को हम सब मिलकर रखेंगे स्वच्छ, और प्रदूषण का करेंगे अंत।
जेसे करेंगे वेसे भरेंगे, नहीं रोकेंगे प्रदुषण तो, बेकार मोंत मरोंगे।
“पर्यावरण में बिल्कुल विष ना मिलाओ, अपने कामों से प्रदूषण मत फैलाओ।
नहीं मिलेंगा जीवन दोबारा, प्रदुषण मुक्त हो पर्यावरण हमारा।
“यदि प्रदूषण को रोकने के उपाय नहीं किए गए, तो एक दिन यह समस्त मानव जाति के समूल विनाश का कारण बनेगा।।
प्रदुषण के लिए आपको कोई कुछ नहीं कहेंगा, सिवाय आपके आने वाली पीढ़ी के !
“सभी जिम्मेदार नागरिक होने का अपना कर्तव्य निभाएंगे, और प्रदूषण को इस दुनिया से दूर भगाएंगे।
बेहद आवश्यता पड़ने पर ही करें सार्वजनिक वाहनों का उपयोग, और प्रदूषण को रोकने में दें सभी दें अपना सहयोग।
“आप सभी को मूर्ख बना सकते हैं, लेकिन आप पर्यावरण को मूर्ख कभी नहीं बना सकते हैं !!
हम सब का एक नारा, प्रदुषण मुक्त हो देश हमारा।
“प्रदूषण की समस्या अब इतनी बड़ी हो गई कि, पर्यावरण के रास्ते में बाधक बनकर खड़ी हो गई।
प्रदूषण को जड़ से मिटाना है, और हम सबको अपने पर्यावरण को स्वच्छ बनाना है।
“प्रदूषण से लड़ने का अब सब मिलकर लो संकल्प, क्योंकि पर्यावरण को बचाने का सिर्फ यही है एकमात्र विकल्प।
“अब हर तरफ फैल रहा है कूड़ा-कचरा, दिन-प्रतिदिन पर्यावरण पर गहराता जा रहा है खतरा।
“पर्यावरण के लिए यह समस्या है बहुत विशाल, प्रदूषण बन गया है लोगों के जी का जंजाल और पर्यावरण के लिए है ये काल।
“जिस दिन पृथ्वी में पर्यावरण पर खतरा होगा, उस दिन पृथ्वी में जीवन भी नहीं होगा !!
“हम सभी पर्यावरण को साफ बनाएंगे, प्रदूषण रोकने के वादों को निभाएंगे।